पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | चाणक्य नीति PDF | Chanakya Niti PDF |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | अश्विनी पाराशर | Ashwani Prashar |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 45 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 233 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | जीवनी और आत्मकथाएँ / Biography and Autobiography |
पुस्तक लेखक और प्रकाशक विवरण (Book Writer And Publisher Detail) :-
चाणक्य नीति या चाणक्य नीतिशास्त्र (४ से ३ शताब्दी ई॰पु॰ मध्य) चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। आचार्य चाणक्य एक ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपनी विद्वत्ता, बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में भी विश्वविख्यात हुए।
इतनी सदियाँ गुजरने के बाद आज भी यदि चाणक्य के द्वारा बताए गए सिद्धांत और नीतियाँ प्रासंगिक हैं तो मात्र इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने गहन अध्ययन, चिंतन और जीवानानुभवों से अर्जित अमूल्य ज्ञान को, पूरी तरह नि:स्वार्थ होकर मानवीय कल्याण के उद्देश्य से अभिव्यक्त किया।
आचार्य विष्णुगुप्त (चाणक्य) द्वारा प्रणीत चाणक्य नीति का मुख्य विषय मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक पहलू की व्यावहारिक शिक्षा देना हैं। इसमें मुख् रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा एवं सर्वतोमुखी मानव-जीवन की प्रगति की झांकियां प्रस्तुत की गई हैं।
आचार्य चाणक्य के नीतिपरक इस महत्वपूर्ण ग्रंथ में जीवन-सिद्धान्त और जीवन व्यवहार तथा आदर्श यथार्थ का बड़ा सुन्दर समन्वय देखने को मिलता है। जीवन की रीति-नीति सम्बन्धी बातों का जैसा अद्भुत और व्यावहारिक चित्रण यहां मिलता है अन्यत्र दुर्लभ है। इसी लिए यह ग्रन्थ पुरे विश्व में समादृत है।
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चाणक्य कहते हैं कि स्त्री देवी के समान होती है उसका हर कदम परिवार की भलाई के लिए होता है वह समाज में परिवार की इज्जत को बचा कर रखती है, लेकिन कभी-कभी औरत अपने चरित्र हीनता के कारण परिवार और खुद की इज्जत को ताक पर रख देती है इन महिलाओं को किसी एक पुरुष का प्यार नहीं चाहिए होता है.
संस्कृत-साहित्य में नीतिपरक ग्रन्थों की कोटि में चाणक्य नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसमें सूत्रात्मक शैली में जीवन को सुखमय एवं सफल बनाने के लिए उपयोगी सुझाव दिये गये हैं।
‘चाणक्य नीति’ में कुल सत्रह अध्याय है।
चाणक्य ने चंद्रगुप्त और बिंदूसार दोनों के लिए प्रधानमंत्री और राजनयिक सलाहकार के रूप में काम किया। चाणक्य का जन्म 371 ईसा पूर्व में तक्षशिला के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके पिता चनक (चानना) हैं और उनकी मां चनेश्वरी हैं। बचपन में ही चाणक्य ने वेदों का अध्ययन किया और राजनीति के बारे में सीखा।
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