पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | भगवान बुद्ध की जीवनी / Biography of Lord Buddha PDF |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | गौतम बुद्ध / Gautama Buddha |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 10 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 256 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | धार्मिक / Religious |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
आरभ में, जब तीन सहस्र लोक उत्पन्न किए जा रहे थे, सब पदार्थ उत्पन्न हो गए, परन्तु अभी जड़ और चेतन वस्तुओं मे कोई भेद न था । यह ब्रह्मांड एक शून्य उजाड़ था, जिसमे न सूर्य घूमता था और न चन्द्र । दु ख सुख और सत्-असत् मे कोई भेट न था । जब ब्राह्मणीय देवता अपने शारीरिक प्रकाश के साथ पृथ्वी पर उतरे, वे अपना भोजन पृथ्वी की मोटाई से लेते थे, इसलिए लोभ और पेटूपन का स्वभाव प्रादुर्भूत हुआ, और वे वन की लताओ और सुवासित चावलों को एक दूसरे के बाद खाने लगे। जब उनका प्रकाश क्रमशः लोप हो गया तो सूर्य-चन्द्र प्रकट हो गए। विवाह और कृषि की अवस्था पैदा हुई, और राजा प्रजा तथा पिता-पुत्र सम्बन्धी नियम स्थापित हो गए।
तब अधिवासियों को ऊपर नीलाकाश की ओर देखने पर नक्षत्र घूमते हुए दिखाई दिए। बाद को नीचे की ओर दृष्टि डालने पर उन्होंने देखा कि पृथ्वी अधिक ठोस होती जा रही है। दो तत्वों, अस्ति और नास्ति ने धो- पृथ्वी का रूप धारण कर लिया और उनके बीच अन्तरिक्ष मे मनुष्य उत्पन्न हुए; मैले और साफ पवन के प्रभाव से, प्रकृति में अपने आप द्वन्द्व पैदा हो गए। पृथ्वी पर पर्वत दृढ़ खड़े थे, नक्षत्र ऊपर बिखरे हुए थे, और जड़ पदार्थ फैल और बढ रहे थे। अन्त को उनमें मतभेद हो गया, और वे छियानबे श्रेणियों में विभक्त हो गए; तत्त्व पच्चीस श्रेणियो में बांटे गए।
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