पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | अंधेर नगरी | Andher Nagari |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | भारतेंदु हरिश्चन्द्र / Bhartendu Harishchndra |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 4.8 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 22 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | बाल पुस्तक / Children Book |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
इसमें हम आपको भारतेंदु हरिश्चंद्र की नाट्य दृष्टि और ‘अंधेरी नगरी’ नाटक से परिचित करायेंगे। इस इकाई को पढ़ने से आप भारतेंदु युग और भारतेंदु हरिश्चंद्र के साहित्यिक व्यक्तित्व के बारे में उल्लेखनीय बातों से परिचित । होंगे।। भारतेंदु ने जब नाटक लिखना शुरु किया था, तब हिंदी में न तो नाटक लिखे जाते थे और न ही रंगमंच उपलब्ध था, लेकिन उन्हें भारतीय, पाश्चात्य, लोक आदि विभिन्न नाट्य परंपराएं उपलब्ध थीं। उनके संदर्भ में ही भारतेंदु के नाटकों को समझा जा सकता है। इसलिए इन परंपराओं का उल्लेख करते हुए भारतेंदु के नाट्य संबंधी सोच का विवेचन करेंगे। भारतेंदु के नाटकों की परंपरा में अंधेर नगरी का महत्वपूर्ण स्थान है। इस परंपरा से आपको परिचित कराते हुए उनके नाटक अंधेर नगरी की सामान्य विशेषताओं का उल्लेख कराया गया है।
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