पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | शाबर तंत्र शास्त्र | Shabar Tantra Shastra PDF |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | अनाम / Anonymous |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 9 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 133 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | तंत्र विद्या/Tantra Vidya |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
कलयुग के आरंभ के होने पर देवाधिदेव महादेव वेदों को कील दिया, जिसके कारण अभाव हो गये परन्तु यथार्थ में उनको समय समाप्त नहीं हुई यहाँ कि यदि उन्हें विकसित कर दिया जाय तो अपना चमत्कार प्रदक्षित करने में हो जाते हैं।
प्रारम्भिक ज्ञातव्य के में मन्त्री को विधि का ज्ञान बड़े विद्वानों क सामान होने ऐसी में पिय सिद्ध महापुरुषों द्वारा यारों की रचना की गई भाषाओं में रचे गये थे और इन्हें सिद्ध करने हेतु नाद की प्रक्रिया भी नी और इनकी साकेत ही रहे होगे
इसमें तो नहीं वनों की कोटि में जाने के भी इसमें अन-मम है। निषिद्ध किये जाने के गुरु-शिष्य परम्परा के माध्यम से देव निवासी ही आरम्भ में बहुत समय तक विद्वानों को इनके महत्व का ज्ञान नहीं होर में इनका होते हुए देख तो इतका महत्व स्वीकार करने को बाध्य हुए फाइन सयों के मन का कार्य भी आगे बढ़ा साधना सम्बन किया जा इन होने पर ही साधक को मेसा हो सकती है
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