पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | मुस्लिम तंत्र | Muslim Tantra PDF |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | Tantrik Bahal |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 8 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 152 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | तंत्र विद्या/Tantra Vidya |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
भारतवर्ष में तन्त्र की एक विशिष्ट स्थिति है । जहाँ हिन्दू धर्म में नस्त तन्त्र-मन्त्र भगवान शंकर के मुख से अविर्भूत बतलाए गए हैं, हाँ मुस्लिम तन्त्र-मन्त्र ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय हैं। ‘
यह एक ध्रुव सत्य है कि प्रत्येक संस्था, विद्या अथवा कार्य में भी न कभी अनधिकारी और स्वार्थी व्यक्तियों का प्रवेश हो जाता है रवे पावन उद्देश्यों से विमुख होकर अपनी रुचि अथवा दुरभि धियों की पूर्ति का साधन बना लेते हैं
, यही बात कम या अधिक नों ही सम्प्रदायों के विद्वानों पर समान रूप से लागू होती है।
भारतवर्ष के महान् सन्तों, तान्त्रिकों, सूफियों, आलिमों ने तन्त्र त्र, अमल को जन साधारण के लिए के लिए प्रादुर्भूत किया, जिससे अपनी सामान्य इच्छाओं की पूर्ति कर सके और अध्यात्म क्षेत्र थवा रूहानी क्षेत्र में कुछ उन्नति कर सके। खेद का विषय है कुछ वसायी एवं हीन मनोवृत्ति के साधकों ने इस विज्ञान में मनमाना रेवर्तन, उल-जलूल विधि विधान जोड़कर उसे जादू-टोना जैसा षय बना दिया।
इतना ही नहीं कुछ कामी वृत्ति के साधकों ने इसे सना पूर्ति का साधन बनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। तन्त्र ज्ञान में अंधविश्वास की स्थापना तक कर दी।
‘मुस्लिम तन्त्र’ इस इस्लामी तन्त्र विज्ञान को जानने के लिए मैंने अनेक विद्वानों का सहयोग प्राप्त किया है। उर्दू भाषा के विषय में मेरा ज्ञान शून्य है, अस्तु श्री कृष्णलाल दुरेजा पिता श्री जगदीश्वर चन्द्र बहल का अमूल्य सहयोग और मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ है। वह मेरे बड़े हैं, अस्तु आभारी होने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है ।
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