घर का वैद्य रामबाण उपाय फलों एवं सब्जियों द्वारा उपचार (Ghar Ka Vaidhy Ramban Upay Phalon Evam Sabjiyon Dwara Upchar) के बारे में अधिक जानकारी
पुस्तक का नाम (Name of Book) | घर का वैद्य रामबाण उपाय फलों एवं सब्जियों द्वारा उपचार / Ghar Ka Vaidhy Ramban Upay Phalon Evam Sabjiyon Dwara Upchar |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | Dr. Vilas Aaroskar |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 23 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 66 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | Health |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
पाँच काम हमेशा ठीक समय पर करना
चाहिए-
- प्रातः उठना
- भाई साहब
- शौच कार्य
- स्नान
- भोजन
- सोना
यह स्वस्थ बने रहने का मूलमंत्र है ।
प्रातः उठते ही कुल्ला या दन्त मंजन करके एक गिलास ठण्डा पानी पीकर इसके बाद एक गिलास कुनकुने गरम पानी में नींबू निचोड कर पी लें, फिर शौच के लिए जाएँ।
मल, मूत्र, छींक, जम्भाई, निद्रा, चता हुआ शुक्र, उलटी, डकार, भूख, प्यास, आँसू, अपान वायू और परिश्रम से उत्पन्न हुआ श्वास वेग ये आधारणीय वेग है। इन वेगों को रोकना नहीं चाहिए।
कम खाना और गरम खाना स्वास्थ्य रक्षा करने वाले है। अपनी भुख से एक रोटी कम खाने से पेट ठीक रहता है और गम खाने यानि सब से काम लेने से दिमाग ठीक रहता है। पेट व दिमाग ठिक रहे, तो आदमी स्वस्थ रहता हैं।
भोजन करके तुरन्त सोना या परिश्रम करना, चिन्ता करते हुए भोजन करना, भोजन करते हुए बातें करना और भोजन के अन्त में जल पीना- अपच और कब्ज करने वाले काम है।
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