दुर्गा आरती (Durga Aarti in Hindi PDF) के बारे में अधिक जानकारी:-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | दुर्गा आरती | Durga Aarti in Hindi PDF |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | Chaman Lal Bhardwaj Chaman |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 11 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 133 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | Religious |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
दुर्गा आरती एक भक्ति गीत है जो देवी दुर्गा का आशीर्वाद लेने के लिए किया जाता है। यह दिव्य मां के प्रति कृतज्ञता दिखाने और भक्ति व्यक्त करने का एक तरीका है। आरती आमतौर पर नवरात्रि के दौरान सुबह और शाम को की जाती है, लेकिन इसे किसी भी शुभ अवसर पर किया जा सकता है।
दुर्गा आरती | Durga Aarti Lyrics in Hindi
The lyrics of Durga Aarti are simple and easy to follow. Here are the lyrics of Durga Aarti in Hindi:
ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत, मैया जी को सदा मनावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना, निर्मल से दोउ नैना, चन्द्रबदन नीको ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । कनक समान कलेवर,,रक्ताम्बर राजै ।
रक्त पुष्प गलमाला, लाल कुसुम गलमाला, कण्ठन पर साजै ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । केहरि वाहन राजत, खड़ग खप्परधारी ।
सुर नर मुनिजन सेवत, सुर नर मुनिजन ध्यावत, तिनके दुखहारी ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती ।
कोटिक चन्द्र दिवाकर, कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । शुम्भ निशुम्भ विडारे, महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना, मधुर विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । चण्ड मुण्ड संघारे, शोणित बीज हरे ।
मधुकैटभ दोउ मारे, मधुकैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । ब्रह्माणी रुद्राणी तुम कमला रानी ।
आगम निगम बखानी, चारों वेद बखानी, तुम शिव पटरानी ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । चौसठ योगिनी गावत, नृत्य करत भैरू ।
बाजत ताल मृदंगा, बाजत ढोल मृदंगा, अरु बाजत डमरू ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । तुम हो जग की माता, तुम ही हो भर्ता ।
भक्तन की दुख हरता, संतन की दुख हरता, सुख-सम्पत्ति करता ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी ।
मनवांछित फल पावत, मनइच्छा फल पावत, सेवत नर नारी ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती ।
श्री मालकेतु में राजत, धोळा गिरी पर राजत, कोटि रतन ज्योति ।।
ॐ जय अम्बे गौरी । श्री अम्बे जी की आरती,
जो कोई नर गावै, मैया प्रेम सहित गावें ।
कहत शिवानन्द स्वामी, रटत हरिहर स्वामी, मनवांछित फल पावै ।।
ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत , मैया जी को सदा मनावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ।।
ॐ जय अम्बे गौरी ।
दुर्गा आरती का महत्व
दुर्गा आरती देवी दुर्गा के प्रति समर्पण दिखाने का एक तरीका है। ऐसा माना जाता है कि भक्ति और समर्पण के साथ आरती गाने से जीवन में शांति, समृद्धि और खुशी आती है। परिवार की भलाई और सुरक्षा के लिए दिव्य माँ का आशीर्वाद लेने के लिए आरती भी की जाती है।
दुर्गा आरती कैसे करें
दुर्गा आरती करने के लिए कुछ तैयारी की आवश्यकता होती है। यहां दुर्गा आरती करने के चरण दिए गए हैं:
- आरती के लिए स्वच्छ व शांत स्थान का चुनाव करें।
- अपने सामने देवी दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति रखें।
- तस्वीर या मूर्ति के सामने दीया या दीपक जलाएं।
- एक थाली या प्लेट लें और उस पर कुछ फूल, चावल के दाने और रोली या हल्दी पाउडर डालें।
- कपूर का टुकड़ा या घी का दीपक लेकर उसे जलाएं।
- भक्ति और समर्पण के साथ दुर्गा आरती गाएं।
- आरती गाते हुए देवता को फूल और चावल अर्पित करें।
- आरती गाते समय थाली या थाली को देवता के सामने गोलाकार गति से घुमाएं।
- आरती के अंत में कपूर या घी का दीपक जलाएं और देवता को अर्पित करें।
- अपने माथे को थाली या थाली से स्पर्श करें और फिर उपस्थित सभी को प्रसाद अर्पित करें।
दुर्गा आरती गायन का महत्व
दुर्गा आरती गाना हिंदू संस्कृति और परंपरा का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह देवी दुर्गा के प्रति आभार और भक्ति व्यक्त करने का एक तरीका है। माना जाता है कि आरती जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लाती है। आरती गाना मन और आत्मा को शुद्ध करने में भी मदद करता है।
दुर्गा आरती का पाठ करने के लाभ
दुर्गा आरती का पाठ करने से कई लाभ होते हैं, जैसे:
- यह दिमाग को शांत करने और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- यह जीवन में सकारात्मकता, खुशी और शांति लाता है।
- यह मन और आत्मा को शुद्ध करता है और दिव्य मां से जुड़ने में मदद करता है।
- यह सुरक्षा, सफलता और कल्याण के लिए देवी मां का आशीर्वाद लेने में मदद करता है।
- यह भक्त और देवता के बीच के बंधन को मजबूत करने में मदद करता है।
दुर्गा आरती को हिंदी में पीडीऍफ़ में कैसे डाउनलोड करें
नीचे दिए गए लिंक के द्वारा आप दुर्गा आरती | Durga Aarti in Hindi PDF डाउनलोड कर सकते हैं ।
नीचे दिए गए लिंक के द्वारा आप दुर्गा आरती पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं ।
दुर्गा आरती देवी दुर्गा को समर्पित एक लोकप्रिय हिंदू प्रार्थना है। यह विभिन्न हिंदू त्योहारों, विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान दिव्य मां का आशीर्वाद लेने के लिए किया जाता है।
दुर्गा आरती का पाठ करने से कई लाभ होते हैं, जैसे तनाव और चिंता को कम करना, जीवन में सकारात्मकता, शांति और खुशी लाना और भक्त और देवता के बीच बंधन को मजबूत करना।
दुर्गा आरती हिंदी में पीडीएफ आसानी से उपलब्ध है ebooksangrah .com
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