ध्यान से आत्म चिकित्सा हिंदी पुस्तक | Dhyan Se Atm Chikitsa Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी
पुस्तक का नाम (Name of Book) | ध्यान से आत्म चिकित्सा / Dhyan Se Atm Chikitsa |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | Dr. Durgashankar Nagar |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 4 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 68 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | अध्यात्म / Adhyatm |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
ध्यान से आत्म चिकित्सा एक प्रकार का चिकित्सा है, जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को समन्वित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए मानसिक तंत्र, शारीरिक अवसरों और आत्मिक स्वस्थता को समन्वित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। ध्यान से आत्म चिकित्सा के माध्यम से आप अपनी शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वस्थता को सुधार सकते हैं, और अपने दैनिक जीवन के साथ संबंधित समस्याओं को समझने और समाधान करने के लिए सक्षम हो सकते हैं।
परमात्मा के अतिरिक्त और किसी का अस्तित्व नहीं, किसी की सत्ता नहीं । इसीसे उसे सत्य कहते हैं। वह नाश- चान नहीं है । परमात्मा प्रकृति के बाहर और भीतर सब कहीं है । परमात्मा प्रकृति है और प्रकृति परमात्मा है । परमात्मा प्रकृति के ऊपर और परे है। यदि प्रकृति के साम्राज्य के बाहर किसी जगह की कल्पना कर सकते हो तो वहाँ भी परमात्मा है। इस प्रकार परमात्मा प्रकृति के भीतर और प्रकृति के बाहर है।
प्रकृति परमात्मा की दृश्य प्रतिमा है, उसका प्रत्यक्ष स्वरूप है । परमात्मा को परब्रह्म और दिव्य चेतन कहते हैं। धर्मो- पदेशक हमें बतलाता है कि परमात्मा सर्व शक्तिमान है, सर्व- व्यापक है, सर्वज्ञ है और सर्वद्रष्टा है ।
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