पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-
पुस्तक का नाम (Name of Book) | अंक विद्या रहस्य | Ank Vidhya Rahasya |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | Pandit Gopesh Kumar |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी | Hindi |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 6 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 190 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | ज्योतिष / Astrology |
पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-
अक-विद्या रहस्य – पृथ्वी के तत्वों की विभिन्नता – मूलतत्त्व ‘शब्द’ – शब्द और ‘ब्रह्म’ की एकता- सख्या का महत्व और शक्ति संख्या और क्रिया का घनिष्ट सम्बन्ध – १०८ संख्या का महत्त्व – ५४ का महत्त्व — अन्य सख्याओं की fafar क्रियाओं में उपयोगिता – नाम और संख्या का सम्बन्ध- अनेक नामों में से मुख्य नाम का निर्णय – ‘नरपतिजयचर्या का मत – नाम, संख्या तथा जन्म तारीख का सम्बन्ध — गीता में १८ अध्याय ही क्यों ? १८ पुराण – महाभारत में १८ पर्व – रामायण का ९ दिन में परायण भागवत का ७ दिन में गायत्रो में २४ अक्षर–देवताओं तथा तिथियों की संख्या का रहस्य |
क्या अंक-विद्या में कुछ सत्यता है ?
बहुत से लोग इस बात मे विश्वास नही करते कि कुछ समय के बाद एक-सी घटना घटित होती है । परन्तु बहुत बार ऐसा देखा गया है कि आज जो घटना घटित हुई ठीक वैसी ही कुछ वर्ष पूर्व हुई थी । बहुत से लोग यह तर्क करते है कि ऐसा केवल संयोगवश हो गया । परन्तु बहुत बार जब उतने ही वर्ष के फासले पर बारंबार एक-सी घटना घटित हो तो उसे हम केवल ‘संयोगवश ‘ कह कर नही टाल सकते । नीचे इसी प्रकार के एक घटनाचक्र की कुछ प्रधान प्रधान घटनाओं का विवरण दिया जाता है । इसको देखने से विदित होगा कि एक या दो नहीं परन्तु एक के बाद दूसरी — दसो घटनाएँ ५३६ वर्ष के अन्तर पर घटित हुई
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